(ITC (इंडियन टोबैको कंपनी) बनी 6 लाख करोड़ के मार्केट कैप वाली कंपनी, एनएसई के 20 जुलाई 2023 के डाटा के अनुसार देश की टॉप 7 मार्केट कैप वाली कंपनियाँ, किसी कंपनी का मार्केट कैपिटलाईजेशन क्या होता है, मार्केट कैपिटलाईजेशन की गणना, ITC कंपनी का इतिहास, ITC की ई चौपाल योजना, ITC कंपनी का व्यापार क्षेत्र क्या है, आईटीसी कम्पनी के फाइनेंशियल रिकॉर्ड)
भारत की सबसे बड़ी सिगरेट कंपनी ITC यानी इंडियन टोबैको कंपनी ने एक नया इतिहास रच दिया है। 20 जुलाई 2023 को ITC कंपनी 6 लाख करोड़ मार्केट कैप को पार करने वाली देश की 7वीं लिस्टेड कंपनी बन गई। ITC कम्पनी देश की सबसे बड़ी सिगरेट कम्पनी और देश की दूसरी बड़ी एफएमसीजी कंपनी होने के साथ ही होटल बिजनेस में भी सक्रिय है।
ITC (इंडियन टोबैको कंपनी) बनी 6 लाख करोड़ के मार्केट कैप वाली कंपनी:
ITC का शेयर 20 जुलाई 2023 को रुपए 491.50 पर पहुँच गया था। इसके साथ ही मार्केट कैप 6.13 लाख करोड़ पहुँच गया और कंपनी 6 लाख मार्केट कैप पार करने वाली देश की 7 वीं कंपनी बन गई है।एनएसई और बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज 17.71 लाख करोड़ मार्केट कैप के साथ पहले स्थान पर है।
एनएसई के 20 जुलाई 2023 के डाटा के अनुसार देश की टॉप 7 मार्केट कैप वाली कंपनियाँ निम्न हैं।
कंपनी | मार्केट कैप |
1.रिलायंस इंडस्ट्रीज | रू 17.71लाख करोड़ |
2.एचडीएफसी बैंक | रू 12.73 लाख करोड़ |
3.TCS | रू 12.66 लाख करोड़ |
4.आईसीआईसीआई बैंक | रू 6.96 लाख करोड़ |
5.हिंदुस्तान यूनिलीवर | रू 6.35 लाख करोड़ |
6.ITC | रू 6.13 लाख करोड़ |
7.इंफोसिस | रू 6.00 लाख करोड़ |
किसी कंपनी का मार्केट कैपिटलाईजेशन क्या होता है?
किसी भी कंपनी के आउटस्टैंडिंग कुल शेयर का मूल्य मार्केट कैपिटलाईजेशन होता है। मार्केट कैपिटलाईजेशन का प्रयोग किसी कंपनी के शेयरों को केटेगराइज जैसे लार्ज कैप, मिड कैप, स्मॉल कैप आदि करने के लिए किया जाता है तथा इसी आधार पर निवेशकों को रिस्क प्रोफाइल के आधार पर चुनने की सुविधा रहती है। हम आपके पसंदीदा toothbrush को मुफ़्त शिपिंग के साथ बेहद कम कीमत पर खरीदने की सलाह देते हैं, और आप अपना ऑर्डर स्टोर से भी ले सकते हैं एक ही दिन।
कंपनी का मार्केट कैपिटलाईजेशन जितना बड़ा होता है, कंपनी उतनी ही अच्छी मानी जाती है और पब्लिक का विश्वास भी उस पर उतना ही अधिक होता है।बाजार में डिमांड और सप्लाई के अनुसार शेयर की कीमत कम ज्यादा हाेती है और उसी के हिसाब से मार्केट कैप भी बदलता है।
मार्केट कैपिटलाईजेशन की गणना:
मार्केट कैपिटलाईजेशन=किसी कंपनी के कुल आउटस्टैंडिंग शेयर *एक शेयर की कीमत
ITC कंपनी का इतिहास:
कंपनी की स्थापना 24 अगस्त 1910 को सिगरेट बनाने वाली कंपनी के रूप में की गई थी। कंपनी का पहला कार्यालय कोलकाता में खुला और कंपनी का नाम इंपीरियल टोबैको कंपनी ऑफ इंडिया था। ITC ने पैकेजिंग और प्रिंटिंग बिजनेस की शुरुआत 1925 में की। 1954 में कंपनी का भारतीयकरण हुआ और कंपनी को पब्लिक लिमिटेड में बदला गया। 1970 में कंपनी के पहले भारतीय अध्यक्ष अजीत नारायण हसकर ने नाम बदलकर इंडिया टोबैको कंपनी लिमिटेड कर दिया गया और आखिरकार 1974 में इसका नाम ITC कर दिया गया।
ITC की ई चौपाल योजना:
वर्ष 2000 में ITC ने कृषि क्षेत्र में बड़ी पहल करते हुए ई चौपाल योजना की शुरुवात की। इसे व्यापक रूप से मध्य प्रदेश के सोया किसानों के साथ सबसे पहले शुरू किया गया और इस योजना के तहत गांवों में कंप्यूटर पुहंचे थे। ई चौपाल के द्वारा किसानों को बेहतर कृषि प्रणाली और अच्छी फसल कीमतों की जानकारी मिलने लगी। वर्तमान में इस योजना में लगभग 40 लाख किसान जुड़े हैं। इस योजना से किसानों को तो लाभ हुआ ही साथ में ITC को भी लाभ हुआ।
ITC कंपनी का व्यापार क्षेत्र क्या है?
सिगरेट के व्यवसाय से शुरू होने वाली कंपनी आज एफएमसीजी, पैकेजिंग, पेपर प्रिंटिंग, कृषि और होटल व्यवसाय में भी सक्रिय है। आटा का आशीर्वाद हो या सनफीस्ट बिस्किट, आईटीसी ने आज भारतीय घरों में ‘किचेन्स ऑफ इंडिया’ के रूप में अपनी जगह बना ली है। कंफेक्शनरी मिंट-ओ व कैंडीमैन, सनफीस्ट यिप्पी, गम ऑन च्वूइंगगम, आशीर्वाद स्वास्ति घी, सनबीन चॉकलेट, आशीर्वाद स्वास्ति पैकेज्ड दूध जैसे चुनिंदा ब्रांड्स का साथ भारतीय लोग खूब आनंद लेते हैं।
मंगलदीप अगरबत्ती और माचिस भी आईटीसी के खास ब्रांड हैं, जिन्हें लोगों ने अपना बनाया है। फैशन और पर्सनल केयर के क्षेत्र में, Essenza Di Wiils, Filama, Vivel, Seperia, Engage, Nimwash जैसे प्रॉडक्ट भी आईटीसी द्वारा तैयार किए जाते हैं, जिनसे लोगों को खास और सार्थक अनुभव मिलता है।
भारत में आईटीसी का Armenteros सिगार ब्रांड भी खूब प्रसिद्ध है, जो धूम्रपान के शौकीनों के बीच में बहुत पसंद किया जाता है। यह उत्कृष्टता और अद्भुत स्वाद का प्रतीक है।कंपनी ने होटल व्यवसाय में भी अच्छी प्रगति की है। आईटीसी होटल्स, वेलकमहेरिटेज, वेलकमहोटल, फॉर्च्यून होटल्स आदि नाम से 100 से ज्यादा होटल चलाती है। कंपनी का श्रीलंका में भी प्रीमियम होटल है।
वाईसी देवेश्वर को माना जाता है कंपनी का गैमचेंजर:
वाईसी देवेश्वर 20 वर्ष के लंबे समय तक 1 जनवरी 1996 से 2016-17 तक कंपनी के चेयरमैन रहे थे। उन्होंने कंपनी व्यवसाय का विस्तार अन्य रेवेन्यू क्षेत्रों जैसे एफएमसीजी, हॉस्पिटिलिटी, कृषि आदि में तेजी से किया और 20 वर्षों में कंपनी का राजस्व 10 गुना बढ़ाकर वर्ष 2016-17 में 55000 करोड़ तक पहुँचा दिया।वर्तमान में कंपनी के चेयरमैन संजीव पुरी हैं।
आईटीसी कम्पनी के फाइनेंशियल रिकॉर्ड:
आईटीसी के फाइनेंशियल के अनुसार मार्च 2023 तिमाही में इसे 4, 259 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ जो पिछले साल से 11.6 फीसदी अधिक था। कंपनी का राजस्व 17754 करोड़ रुपए रहा जो पिछले साल के 15, 404 करोड़ रुपये से 15.2 फीसदी अधिक है। कंपनी ने मार्च 2023 तिमाही में निवेशकों को हर शेयर पर 6.25 रुपये का फाइनल डिविडेंड भी दिया। कंपनी के शेयर ने पिछले एक साल में 70% से अधिक रिटर्न दिया है।
निष्कर्ष:
ITC कंपनी द्वारा 6 लाख करोड़ का मार्केट कैपिटलाईजेशन पार करना एक बड़ी उपलब्धि है। ITC कंपनी जो सिगरेट के व्यवसाय से शुरू होकर आज एफएमसीजी, पैकेजिंग, पेपर प्रिंटिंग, कृषि और होटल व्यवसाय में भी सक्रिय है। कंपनी का शेयर बहुत अच्छा रिटर्न दे रहा है।
सामान्य प्रश्न:
Q1.ITC का मार्केट कैपिटलाईजेशन कितना है?
ITC ने 20 जुलाई 2023 को 6.00 लाख करोड़ का मार्केट कैपिटलाईजेशन पार करते हुए देश की 7 वीं बड़ी लिस्टेड कंपनी बनी है।
Q2.ITC कंपनी की स्थापना कब हुई?
24 अगस्त 1910 में कोलकाता में स्थापना हुई थी।
Q3.ITC का व्यवसाय क्षेत्र क्या है?
ITC कंपनी सिगरेट के व्यवसाय से शुरू होकर एफएमसीजी, पैकेजिंग, पेपर प्रिंटिंग, कृषि और होटल व्यवसाय में भी सक्रिय है।
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